तेरे चरणों मे आये हैं हम,
सुन ले तू दिल की पुकार
तू जो हमारा ह
जां से भी प्यारा है,
पवित्र है तेरा नाम
Jesus- Almighty God,
Jesus- My Precious rock
Jesus-Exalted being and Holy One,
Jesus-Let your perfect will be done.
येसु-whelm upon the cross,
येसु we worship you aloud.
येसु -Saviour comforter redeemer
friend, येसु-so we giving up All.
Jesus Lord, Son of God,
You are above all Gods,
Mighty one, prince of peace,
Lord and King of all.
तेरे चरणों......
1. साथ जब तू चले, कोई डर न रहे,
आंधी आये, आये तूफां,
हमको कोई छू न सके।–2
2. सच्चा मीत है तू, मेरी जीत है तू,
होठों पे सजता, दिल मे है बसता,
ऐसा गीत है तू।–2
महिमा महिमा ईष महिमा, स्वर्ग मे होवे–2
षांति भू पर छाये, षांति,
सब जन पाये।
1. धन्य धन्य हम कहते है,
तेरी महिमा गाते है,
तेरी प्रषंसा, तेरी आराधना,
तेरी ही स्तुति सब गाते है।
तेरी महिमा हो–2,
अब जल, थल, नभ गाये।
महिमा हो–3
2. येसु मसीहा जो मेमना बनकर,
सारे जगत के पाप निवारे,
ईष पिता का पुत्र धरा पर,
पाप मिटाकर जग को सवाँरे।
महिमा हो–2.....
3. तू ही पावन, तू ही प्रभु,
पावन आत्मा के संग रहे,
ईष पिता की महिमा मे,
त्रिएक महिमा होती रहे।
तेरी महिमा हो–2....
हे प्रभु...,
दिल के मंदिर में है तू..
सागर की लहरों में, कोयल के गानों में
जहाँ देखूँ तू ही तू।
1. बागों में खिले फूल सब,
तुझको ही बंदे अराधे,
ऊँचे गगन के पंछी भी,
महिमा ये तेरी गाएँ।–2
2. ये धरती ये चाँद सितारे,
तेरी स्तुति वंदना गाएँ।
नदी और सागर मिलके,
महिमा ये तेरी गाएँ।–2
3. ठंडी–ठंडी हवाएँ,
लिखे तेरी प्रेम कहानी,
धूँ–धूँ गरजता बादल,
बोले तेरे प्रेम तराने।–2
मेरे हृदय में आ जाओ प्रभु, आ जाओ एक बार–2
मेरा नन्हा सा घर–बार–3।।
1. सुबह–सवेरे नाम जपूँ म्ें,
निष दिन तेरा ध्यान करुँ मैं–2
सुबह–सवेरे नाम जपूँ म्ें,
निष दिन तेरा ध्यान करुँ मैं,
तुझे पुकारुँ अपना लो प्रभु,
आ जाओ प्रभु एक बार।।
मेरा नन्हा सा घर–बार–2
2. दाख–रोटी देते जीवन,
अपना लूँ मैं सौेंप दूँ तन मन–2
दाखरस रोटी देते जीवन,
अपना लूँ मैं सौेंप दूँ तन मन,
नन्हें करों से कर लूँ नमन प्रभु,
आ जाओ एक बार।।
मेरा नन्हा सा घर–बार–2
3. सूना–सूना जीवन मेरा,
बंधन टूटे न तेरा मेरा–2
सूना–सूना जीवन मेरा,
बंधन टूटे न तेरा मेरा,
नन्हा ये तरसे तेरे लिये प्रभु,
आ जाओ एक बार।।
मेरा नन्हा सा घर–बार–2
तू दया सागर, हम तेरी लहरें,
हंसते गाते कटें, ये दो पल का सफर,
तेरी दया हो अगर–2।।
1. राहों मे तेरे ही कदमों के है निषां,
चल रहे हैं हम निषां पे तेरे,
मंजिलें आयेंगी ये पता है हमे,
रोषनी हो या अंधेरे,
हे इरादे अपने पक्के, न कोई डर
तेरा दर है अपनी मंजिल,
हो करम की नज़र।
2. फासले घट गये, दूरीयां कम हुई,
जाना तेरे पास आकर,
जिन्दगी धुल गई, रोषनी मे तेरी
खिल गए तुझको पाकर।
तू मसीहा तेरी कृपा हो अगर,
बन जाये सहरा भी मीठा सागर।